50शैय्या एकीकृत आयुष चिकित्सालय कल्ली पश्चिम लखनऊ में आयुर्वेद दिवस के उपलक्ष्य में जागरूकता रैली वैज्ञानिक गोष्ठी का हुआ आयोजन |


50शैय्या एकीकृत आयुष चिकित्सालय कल्ली पश्चिम लखनऊ में आयुर्वेद दिवस के उपलक्ष्य में  आयुष मंत्री दया शंकर मिश्र "दयालु', प्रमुख सचिव आयुष श्रीमती वीना कुमारी मीना, महानिदेशक आयुष मानवेन्द्र सिंह, आयुष मिशन निदेशक महेन्द्र वर्मा, निदेशक (होम्योपैथी) डॉ.अरविन्द वर्मा, निदेशक आयुर्वेद के निर्देशन में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित हुए जिनका शुभारम्भ मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ संदीप कुमार शुक्ल द्वारा भगवान धन्वंतरी की पूजा अर्चना कर किया गया ,जागरूकता रैली निकाली गई वैज्ञानिक गोष्ठी आयोजित हुई जिसमें विभिन्न जोड़ रोगों में आयुर्वेद चिकित्सा की सार्थकता विषय पर वृहद परिचर्चा हुईं तथा आयुर्वेद चिकित्सा से लाभान्वित मरीजों के अनुभव साझा किए गए |

 चिकित्सा अधिकारी डॉ वरुण सिंह, डॉ सुशील त्रिपाठी, डॉ प्रज्ञा साहू डॉ अफ़साना बेगम तथा डॉ ज्ञान प्रकाश मौर्य तथा चिकित्सालय के समस्त स्टॉफ नें भी भगवान धन्वंतरी  के चित्र पर माल्यार्पण कर पूजा की तथा सभागार में  सैकड़ो की संख्या में उपस्थित मरीज,अभिवावक एवं स्टाफ को आयुर्वेद दिवस की शुभकामनायें दी |

 डॉ प्रज्ञा साहू नें कहा कि आयुर्वेद एक वैज्ञानिक चिकित्सा पद्धति है इसका उपचार विशेषज्ञ की सलाह से ही किया जाना चाहिए तभी इसका समुचित लाभ रोगी प्राप्त कर पाएंगे |

 डॉ अफ़साना बेगम नें आयुर्वेद एवं यूनानी चिकित्सा पद्धतियों की समानता का उल्लेख किया  डॉ ज्ञान प्रकाश मौर्य तथा डॉ वरुण सिंह नें हड्डी एवं जोड़ रोगों के उपचार में आयुर्वेद को अग्रणी बताया |

डॉ सुशील त्रिपाठी नें आयुर्वेद चिकित्सा में हो रहे नित नये अनुसन्धानों पर प्रकाश डालते हुए विभिन्न रोगों में पंचकर्म चिकित्सा की उपयोगिता का विस्तार से वर्णन किया |

 चिकित्सा अधीक्षक डॉ संदीप कुमार शुक्ल नें सभी चिकित्सा पद्धतियों को एक दूसरे का पूरक बताते हुए कहा कि  आयुर्वेद भारत की अमूल्य चिकित्सा पद्धति है जिसे चिकित्सा विज्ञान की जननी कहा जा सकता है, प्रत्येक चिकित्सा पद्धति  की अपनी सीमाएँ हैँ चिकित्सक को इनका पता होना चाहिए और रोगी को सही इलाज से पहले सही सलाह देने पर ज़ोर देना चाहिए साथ ही डॉ शुक्ल नें चिकित्सालय के समस्त चिकित्सकों एवं कर्मचारियों को उनकी उत्तम सेवाओं के लिए बधाई दी तथा फार्मासिस्ट द्वारा रोगियों को चिकित्सक द्वारा लिखी गई औषधि सेवन का तरीका  स्पष्ट  समझने योग्य भाषा में बताये जाने का अनुरोध किया |


इस अवसर पर चिकित्सालय परिसर में ही एक चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया जिसमें  रोगियों को उपचार के साथ आयुर्वेद चिकित्सा के महत्त्व को भी समझाया गया |


इस अवसर पर  चिकित्सालय स्टॉफ विकास सिंह, फ़िरदौस, पूजा सिंह, सीमा, वंदना, कामिनी, पिंकी,  शाल्वी त्रिपाठी , प्रतीक्षा सक्सेना , नाहिद,  नग़्मा,  नेहा सिंह,  ज्योति द्विवेदी,  आयुषी साहू,  पूजा कुशवाहा, आलोक,  कौशल,  दिलीप,  अविनाश,  सौरभ,  कुलदीप,  अम्बेश,  श्याम बाबू तथा चिकित्सालय के सुरक्षा कर्मी के साथ लगभग 150  मरीज़ एवं अन्य नागरिक उपस्थित रहे |


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